प्रेम वह नही है जो movie मे देखते है खुद को साफ करो व सामने वाले को माफ करो यही है प्रेम की अभिलाषा बड़े प्यारे होते हैं वो रिश्ते जहॉ ना गिला हो, ना शिकवा हो ना अपेक्षा हो, ना उपेक्षा हो, न अहम हो, ना वहम हो सिर्फ अपनेपन का ही मरहम हो…
positivite thinking,motivational thoughts ,inspiration,spirituality,quotes,etc विमला की कलम से )